Translater

Breaking News

Atom Bomb (परमाणु बम)

otto Hahn एक जर्मन रसायनज्ञ थे उन्होंने परमाणु विखंडन की खोज की थी इन्हें परमाणु रसायन का जनक भी कहते हैं ऑटो हान रेडियोधर्मिता और रेडियो केमिस्ट्री के क्षेत्र में अग्रणी थे उन्हें 1944 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था

परमाणु बम बेहद ही खतरनाक विस्फोटक युक्ति है। परमाणु बम से होने वाला विस्फोट नाभिकीय विखंडन अभिक्रिया के कारण होता है ।

● वह प्रक्रिया जिसमें एक बारी नाभिक लगभग दो बराबर नाभिको में टूट जाता है नाभिकीय विखंडन अभिक्रिया कहलाती है

नाभिकीय विखंडन का अर्थ यह हुआ कि एक नाभिक का अन्य नाभिको मैं टूटना।। परमाणु बम में विस्फोट होने वाला पदार्थ यूरेनियम या प्लूटोनियम होता है जब प्लूटोनियम या यूरेनियम का विखंडन होता है तो इसके फलस्वरूप अत्यधिक ऊर्जा निकलती है और यह बहुत ही शक्तिशाली होती है जब यूरेनियम 235 के एक परमाणु का विखंडन होता है तो  लगभग 200 Mev से अधिक energy  निकलती है

●परमाणु बम की नाभिकीय विखंडन अभिक्रिया~~~



सबसे पहले यूरेनियम 235 पर एक न्यूट्रॉन के द्वारा प्रहार किया जाता है इस न्यूट्रॉन के प्रहार से यूरेनियम 235 यूरेनियम 236 में परिवर्तित हो जाता है और यूरेनियम 236 स्थायित्व प्राप्त करने के लिए Ba तथा kr में परिवर्तित हो जाता है इस प्रक्रिया के फलस्वरूप अत्यधिक मात्रा में energy निकलती है परमाणु के नाभिक  में जो न्यूट्रॉन होते हैं उन्हीं से न्यूट्रान मुक्त होते हैं। ये न्यूट्रॉन अन्य परमाणुओं पर प्रहार करते हैं और उनसे फिर विखंडन होता है। ये फिर अन्य परमाणुओं का विखंडन करते हैं। इस प्रकार शृंखला क्रियाएँ आरंभ होती हैं। परमाणु बम की अनियंत्रित शृंखला क्रियाओं के फलस्वरूप भीषण प्रचंडता के साथ परमाणु का विस्फोट होता है।





यूरेनियम 235 का विखंडन जितनी सरलता से हो जाता है इतनी सरलता से यूरेनियम 238 का विखंडन नहीं हो पाता क्योंकि यूरेनियम 235 में यूरेनियम 238 से तीन न्यूट्रॉन कम होते हैं इसी कारण इसका विखंडन सरलता से हो जाता है

 यूरेनियम के कई समस्थानिक ज्ञात हैं। सामान्य यूरेनियम में 99.3 प्रतिशत U-238और 0.7 प्रतिशत U-235 रहते हैं। परमाणु बम में विखंडन से यूरेनियम और उसे निकटवर्ती अन्य पदार्थों का ताप बड़ी शीघ्रता से ऊपर उठता है। धात्विक यूरेनियम बड़ी ऊँची दाब और ताप पर तापदीप्त गैस में परिणत हो जाता है। विस्फोटक पिंड का ताप 10,00,00,000° से. तक उठ जाता है। तब सारा पिंड बड़ी प्रचंडता से विस्फोट होता है। परमाणु बम के विस्फुटित होने पर खतरनाक आधात तरंगें उत्पन्न होती हैं जो ध्वनि की गति से भी अधिक गति से चारों ओर फैलती है। जब परमाणु बम को पृथ्वीतल के ऊपर विस्फुटित किया जाता है तो तरंगें पृथ्वीतल से टकराकर ऊपर उठती हैं और नया आघात उत्पन्न करती हैं जो ऊपर और नीचे तीव्रता से फैलता है। Bomb blast का केंद्र तत्काल  निर्वात उत्पन्न करता है। निर्वात भरने के लिए आसपास की ठंडी हवाएँ दौड़ती है।

प्रकृति में दो ऐसे तत्व उपलब्ध हैं, जिनका विखंडन केवल द्रुत न्यूट्रॉनों (ऊर्जा 1 मिलियन इलेक्ट्रॉन वोल्ट से अधिक) के द्वारा संभव है:

– थोरियम-232 एवं

– यूरेनियम-238

● 1945 में जापान पर यूनाइटेड स्टेट द्वारा गिराए गए परमाणु बम  से बना हुआ बादल




《《《《《 अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कमेंट जरुर कीजिए》》》》》》







No comments

Thanks for visiting , inventionphysics.blogspot.com