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इंसान का अब तक का चाँद तक का सफर ,

वैसे तो इंसान के कदम चाँद की धरती पर पड़ चुके है । लेकिन चंद्रमा पर पहुचने तक सफर इंसान के लिए बड़ा चुनोती पूर्ण रहा है । विज्ञानं के अनेक प्रयासों के बाद इंसान का चाँद पर जाना संभव हुआ , आज के समय में अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में हमारा देश भी किसी से पिछे नही है । जो कोई भी देश एक प्रयास में नही कर सका उसे हमारे वेज्ञानिको ने केवल एक ही प्रयास में संभव करके बताया , मंगलयान मिशन के सफलतापूर्वक पूर्ण हो जाने के बाद ISRO का तथा भारत का नाम भी अंतरिक्ष के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है ।
Isro के द्वारा अनेक प्रयास किये गए थे , सफल प्रयासों के कारण अपना एक अलग ही नाम विख्यात कर लिया ।

- चाँद पर इंसान के जाने की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र अमेरिका ( USA ) के अपोलो-11  प्रोग्राम के साथ हुई ,




  • Apollo-11 -


अपोलो-11 को 20 july 1969 को USA की अंतरिक्ष एजेंसी NASA के द्वारा अंतरिक्ष के क्षेत्र में इतिहास कायम किया गया था । अपोलो-11 पहला यान था जो चाँद पर उतरा था , यह sea of trinqulity जगह पर उतरा था , 1969 के अपोलो-11 प्रोग्राम में NASA ने चाँद के सफर के लिए 3 लोगो को भेजा था ,
नील आर्मस्ट्रांग
बज एंड्रिन
माइकल कोलिन्स
नील आर्मस्ट्रांग चाँद पर उतरने वाले पहले व्यक्ति थे , जिन्होंने अपना पहला कदम चाँद की जमीन पर  रखा था । तथा नील आर्मस्ट्रांग और बज एंड्रिन ने 21 Hour और 39 मिनिट का समय चाँद की सतह पर बिताया । 


इस तरह यह race 1972 तक चलती रही अंतिम बार इंसानी पैर चाँद पर 1972 में पड़े ।
1972 के बाद कोई भी इंसान चाँद पर नही गया , लेकिन अभी भी विज्ञानं के प्रयास प्रगति में है । 


  • Apollo-12 -


अपोलो-12 NASA के द्वारा भेजा गया दूसरा मानव मिशन था जो चाँद पर भेजा गया था , इस मिशन के माध्यम चार्ल्स पेटे कोनरॉड और एलन बीन 19 NOVEMBER 1969 को Lunar lander इंट्रेपीड की मदद से चंद्रमा पर ओसियन ऑफ़ स्ट्रोम नाम की जगह पर उतरे तथा 1 दिन 7 घण्टे 31 मिनिट का वक्त बिताया


  • Apollo-14 -


5 फरवरी 1971 को चंद्रमा पर अपलो-14 यान से पहुचने वाले अमिरिकी एस्ट्रोनॉट एलन बी. शेपर्ड और एडगर मिशेल । इन्होंने 6 फरवरी 1971 को वापसी की उड़ान भरने से पहले चंद्रमा पर 9 घंटे 30 मिनिट का वक़्त बिताया ।


  • Apollo-15 -


अपोलो -15 की लैंडिंग चंद्रमा की  हेडली रिले नाम की जगह पर हुई थी । इस मिशन के तहत 2 अमिरिकी एस्ट्रोनॉट डेविड स्कॉट और जेम्स इरविन गये इन्होंने वह पर 2 दिन 18 घण्टे और 55 मिनिट का समय बिताया । ये चाँद पर 30 जुलाई 1971 को पहुचे और 2 अगस्त 1971 को वापिस पृथ्वी की और रवाना हुए । इनको चाँद पर उतरने वाले लैंडर का नाम फाल्कन था ।


  • Apollo-16 


अपोलो-16 मिशन के तहत जॉन यंग और चार्ल्स ड्यूक ने 21 अप्रैल 1972 को चंद्रमा की सतह पर पैर रखे  , तथा वहां 2 दिन 23 घण्टे और 2 सेकंड का समय बिताकर पृथ्वी की और चल पड़े


  • Apollo-17-


अपोलो-17 अभी तक का अंतिम मानव मिशन था जो चाँद पर गया था , अपलो-17 , 11 दिसम्बर 1972 को चाँद पर पंहुचा था । चैलेंजर नाम के मून लैंडर से चंद्रमा की टाउरस लिटेरी नाम की जगह पर ई. सेरनन और हैरिसन जेक स्मिथ ने सबसे ज्यादा लंबी अवधि चाँद पर बिताईं ।
उन्होंने 3 दिन 2 घण्टे और 59 मिनट का समय वहां पर बिताया । और 14 दिसम्बर 1972 को वापिस पृथ्वी के लिए रवाना हुए ।

चाँद की मानव यात्राओं का अभी तक का इतिहास यह है कि 20 जुलाई 1969 से 14 दिसम्बर 1972 के बीच अमिरिकी अंतरिक्ष एजेंसी nasa के कुल 6 चंद्र अभियानों की बदौलत 12 इंसान के कदम चाँद पर पड चुके है , लेकिन कोई भी यह बात नही भूलता की नील आर्मस्ट्रांग और बज एंड्रिन पहले इंसान थे जो चाँद की सतह पर पहली बार उतरे थे ।

इसी के साथ ही अभी तक चाँद पर कोई इंसान नही गया ।1969 से 1972 तक के इस विज्ञानं के सफर ने लोगो में कुछ नया करने की जिज्ञासा जगाई ।यह सफर यही नही रुक है । अभी भी अनेक देश अंतरिक्ष की दौड़ में भाग रहे है । उनमें से एक  देश हमारा भारत भी है । भारत ने हाल ही में चंद्रयान-2 लांच किया है । यह मानव रहित मिशन है । जो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा ।




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